सोमवार, 1 जनवरी 2018

वशीकरण से छुटकारा

कई बार वशीकरण काले जादू की वजह से होता है – तब इस परिस्थिति में काली माँ के मंदिर जाएं और माँ की आराधना,पूजा और आरती करें। टिका पहले माँ को समर्पित करें फिर अपने लगाएं, इससे वशीकरण हट जायेगा।
किसी सिद्ध तांत्रिक से बात कर के उपाय के तौर पर अभिमंत्रित यन्त्र को गले में धारण करें। इससे यन्त्र की ऊर्जा आपको बचाएगी। महाकाली के मंदिर जा करलाल गुलाब का फूल अर्पित करें, १०८ बार या फिर ११ बार चामुंडा माँ का मंत्र उच्चारित करें, इसके बाद में गुलाब की सात पंखुड़ियां जिसके साथ वशीकरण हुआ है उसे खिला दें।
वशीकरण में नज़र लगाना भी आता है क्योंकि वह वशीकरण का एक छोटा अंग है। इंसान जब किसी भूत-प्रेत अथवा नज़र, हाय या बुरी आत्मा के जाल में फंसता है तब उसकी समस्या समाधान करना मुश्किल कार्य होता है। ऐसे में यज्ञ या पूजा से मिले लॉकेट या यन्त्र या फिर ज्योतिषी के दिए यन्त्र कारगर होते हैं।
तंत्र-मंत्र जादू और टोने के लिए और बुरी नज़र एवं वशीकरण के लिए कारगर है और शनि दोष, साढ़े-साती, ढैय्या में लाभदायक और शुभ होता है।
वशीकरण मुक्ति लॉकेट पहनने से वशीकरण, बुरी नज़र एवं तंत्र-मंत्र से बचाव होता है। इनके चमत्कारी प्रभाव से मानसिक सुख शान्ति मिलती है और शारीरिक सुख रहता है। सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, संचार होता है एवं आशावादी सोच बनती है।
बाधामुक्ति कवच एक और सटीक उपाय है, यह पांचमुखी, तेरहमुखी और गणेश रुद्राक्ष के मिलाने से बनाया जाता है और इसका लाभ बहुत है।  तेरह मुखी रुद्राक्ष विश्वेश्वर का प्रतीक है और यह बाधाओं को हटाने में मदद करता है, पांचमुखी रुद्राक्ष रूद्र का प्रतीक है और यह पापों का नाश करने में मदद करता है। यह तापों से भी बचाता है। गणेश रुद्राक्ष गणपति भगवान की तरह विघ्न विनाशक होता है। इसीलिए यह माला अच्छी मानी गयी है।
घोड़े की नाल घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नज़र दोष दूर हो जाता है। यह उपाय शनि के सादे साती, ढैय्या और दशा में काफी चलता है। वशीकरण में भी इसका लाभ है। हकीक की माला घर में रखने से और घोड़े की नाल पहनने से भी असर अच्छा होगा।
चाहे जैसा भी वशीकरण हो अगर आपको सामान्य जीवन को ठीक करना सबसे आवश्यक लगता है तो पहले भैरों भगवन की पूजा करें, यन्त्र खरीदें और घर में प्रतिष्ठिट करके उसकी पूजा करें। व्यावसायिक समस्याएँ और तंत्र-मंत्र जादू से बचाव भी हो जाता है। बस आप को नियमित ढंग से इस यन्त्र की पूजा करनी होगी, फिर आपकी समस्या का समाधान हो जाना चाहिए।
गीता पाठ करने से अत्यंत लाभ प्राप्त होता है। वशीकरण से मंत्र द्वारा छुटकारा पाने में यह तरीका भी लाभदायक है। गीता यन्त्र की पूजा करें, हो सके तो यन्त्र के सामने पाठ करें, एक पञ्च मुखी रुद्राक्ष माला पे रोज़ ग्यारह बिल्वपत्र चड़ाएं।
इससे गीता की विद्या तो प्राप्त होती ही है, साथ ही घर में सुख का वातावरण बना रहता है। भूत-प्रेत और पितृ दोष भी दूर होता है। हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से, मांगलिक दोष एवं टोना-टोटका और ज़्यादा ज़रूरी वशीकरण का उपाय, हो जाता है।
लोबान, गंधक, राई एवं काली मिर्च को हनुमान यन्त्र खरीद, प्रतिष्ठित कर, वशीभूत के ऊपर सात बार फेर कर घर के प्राणियों के पास रखने से सबके ऊपर का वशीकरण ख़तम हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है की ग्यारा मुखी रुद्राक्ष साक्षात रूद्र का प्रतीक है। यह ११ रुद्रों जिनका वर्णन वेदों और पुराणों में है का प्रतीक है और शिव जी का प्रतीक है।
इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले का कोई वशीकरण नहीं हो पाता, वह सुख और समृद्धि से जी सकता है।
तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी असरदार है क्योंकि यह साक्षात् इंद्र और कार्तिकेय है, जो की शिव जी के दुसरे बेटे हैं। आखिरी रुद्राक्ष जानने के लिए है पंद्रहमुखी रुद्राक्ष जिसे भगवान पशुपतिनाथ का स्वरुप माना गया है। यह भी टोन-टोटके, नज़र लगने और वशीकरण से बचाता है।
टोटका हटाने के लिए एक निम्बू लेकर व्यक्ति के ऊपर से २१ बार घड़ी की दिशा में घुमाएं, फिर निम्बू को चार भाग में काट कर फैंक दें।
जन्मकुंडली को देख कर ज्योतिषी यह भी बता सकता है की कौन से उपाय ज्यादा कारगर रहेंगे।
अगर किसी शत्रु ने वशीकरण कराया है और आप को पता हो तो “ह्री” मंत्र की दीक्षा लें और उसकी साधना के बाद, एक कागज़ पर यह अक्षर केसर से लिख कर कवच की तरह प्रभावित व्यक्ति को पहना दें, असर होगा।
वशीकरण खाने के द्वारा भी किया जाता है, बस केवल सतर्कता की बात है। जब भी बाहर खाएं सतर्क रहें, और यह ध्यान में रखें की वशीकरण अभिमंत्रित खाने के पदार्थों के ज़रिये भी किया जाता है। इसलिए हर-किसी के यहाँ न खाएं। अमावस्या को कभी भी मांस न खाएं। पूर्णिमा और अमावस्या को गंगा जल घर पर छिड़कें।
वशीभूत व्यक्ति को १०८ बार सूर्य मंत्र पढ़ने से भी फायदा होगा।  यह मंत्र भी प्रयोग किया जा सकता है –
ओम नमो भगवते श्रीसूर्याय ह्रीं सहस्त्र-किरणाय एं अतुल बल पराक्रमाय नवग्रह दिश दिक पाल लक्ष्मी देवाय, धर्म कर्म सहितायै *वशीभूत का नाम* नाथय नाथय, मोहय मोहय, आकर्षय आकर्षय , दासनुदासं कुरु कुरु वश कुरु कुरु स्वाहा।
हनुमान चालीस पड़ने से भी बहुत लाभ पाया गया है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीस पढें, हो सके तो कंठस्त कर लें ताकि जब परिस्थिति आए आप उसका पाठ कर सकें।

वशीकरण टोटके

वैसे कहते है न की इंसान की फ़ितरत होती है कि वो जिस चीज़ को चाहने लगता है, उसे हासिल करने के तमाम उपाय खोजता ही है। अब ऐसे मे किसी तांत्रिक विद्या या वशीकरण टोटके का सहारा लेना पड़े तो कोई बुराई नहीं लगती। जिन मामलों मे वशीकरण के इस्तेमाल को सबसे ज्यादा देखा गया है, वो है- पति-पत्नी के रिश्ते या प्रेमी-प्रेमिकाओं का रिश्ता। ये दोनों रिश्ते होते ही कुछ ऐसे है। यहाँ वशीकरण- टोटके एक सहायक उपचार के रूप मे सामने आते है।
माना जाता है कि प्यार ही हर रिश्ते की नीवं होता है, और जब प्यार कम हो तो ये नीवं कमजोर होने लगती है। वैसे कई बार जब प्यार एक तरफा हो जाये, तब भी वशीकरण का इस्तेमाल किया जाता है और न ही इसमे कोई बुराई समझी जाती है। अगर हम देखे तो वशीकरण का दायरा और भी बड़ा है। तो चलिये ऐसे मे हम आपको बताते है कि माहिलाये अपने पतियों को अपनी ओर आकर्षित करने या वैवाहिक जीवन की दिक्कतों को दूर करने के लिए कैसे टोटकों का सहारा लेती है।
अगर किसी स्त्री को ऐसा महसूस हो की उसके पति का किसी दूसरी महिला के साथ संबंध है, जिसकी वजह से उन दोनों के बीच दूरिया बढ़ती जा रही है। तो ऐसे मे वो स्त्री गुरुवार या फिर शुक्रवार की रात 12 बजे, पति की चोटी से कुछ बाल काटकर, उसे उनकी नज़रों से कही दूर रख दे। सावधानी से किए गए इस काम का असर कुछ दिनों मे नज़र आने लगता है। वो स्त्री महसूस करती है की उसका पति उसकी ओर फिर से आकर्षित हो रहा है। फिर स्त्री को कुछ दोनों बाद उन बालों को जलाकर और पैरों से मसलकर घर के बाहर फेकना होता है। दूसरा उपाय ये भी किया जा सकता है कि स्त्री शुक्रवार के दिन श्री कृष्ण की पूजा करके, उस रात सोने से पहले, 3 इलायची को अपने शरीर से छुआ कर पति के आस-पास कही रख दे। अगली शुबह उठकर स्त्री उस इलायची को चाय मे डालकर पति को पिलाए। एक महीने तक इस टोटके को करके वो महसूस करेगी की पति फिर से उसकी ओर ध्यान देने लगा है।
बात सिर्फ पति-पत्नी तक ही सीमित नहीं, बहुत से आदमी भी महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते है, जो उनसे बेहद प्यार करते है, पर लड़की बिलकुल ध्यान नहीं देती। ऐसे मे   भगवती भग भाग दायनी देव दन्ती मम वंश्य करु करु स्वाहा” नामक मंत्र का सहारा लिया जा सकता है। गुरुवार के दिन खुसी नमक को इस मंत्र के साथ 7 बार अभिमंत्रित करके उसे खाने मे मिलकर स्त्री को देने से वो उस पुरुष की ओर आकर्षित होने लगती है। ध्यान रहे की मंत्र मे “देव दन्ती” की स्थान पर उस स्त्री का नाम ले जिसे आप चाहते हो। इसके अलावा एक दूसरा बेहद सरल उपाय भी है- जिसमे पुरुष सूर्यग्रहण के वक़्त सहदेव की जड़ और सफ़ेद चंदन को घिसकर उसका तिलक लगाए, तो उसे देखकर भी स्त्री उसकी ओर वशीभूत होने लगती है।
इंसान जैसे ही युवा अवस्था मे आता है उसके लिए आकर्षण एक बेहद आम बात हो जाती है। आकर्षण जो आपको किसी भी इंसान या चीज़ से हो जाता है। पर बात सिर्फ प्यार-मोहब्बत तक ही सीमित नहीं होती, ज़िंदगी मे कुछ रिश्ते ऐसे भी होते है जिनमे सबसे ज्यादा अन-बन देखी गई है। उन्ही मे से एक रिश्ता है सास-बहू का। यहाँ वशीकरण टोटके का इस्तेमाल बेहद आम है। जहां एक तरफ सास बहू को काबू मे रखने के लिए टोटके करती है, तो वही दूसरी तरफ बहू भी सास को अपने बस मे रखने के लिए वशीकरण टोटके करने मे पीछे नहीं रहती।
तो आखिर कैसे एक स्त्री अपनी सास पर वशीकरण कर सकती है। इसका एक खास टोटका है, जिसमे गाय के गोबर से दीप बनाकर उसमे गुड़ और मीठा तेल डालकर उसे जलाए और मुख्य दरवाज़े के बीच रख दे। दूसरा वशीकरण टोटका ये है कि सास के किसी भी कपड़े का हल्का सा टुकड़ा लेकर, उसे 7 दिनों तक अपने पास रखे। याद रहे उस टुकड़े पर लाल स्याही से सास का नाम लिखना न भूले और फिर 7 दिन बाद उसे किसी गढढे मे दबा दे। एक अन्य उपाय भी है जो अक्सर हमने हर घर मे देखा होगा। अब आप उसे टोटका कहे या एक समान्य दिनचर्या का हिस्सा। जिसमे घर मे रखी तुलसी के पौधे की हर दिन पूजा करके शुबह-शाम दीया जलाने से घर मे शांति बनी रहती है और सास-बहू का रिश्ता भी मजबूत होता है।
वैसे रिश्ता किसी भी प्रकार का हो, उसमे सुख-शांति व प्यार हमेशा बना रहे, यही हम सबकी उम्मीद रहती है। इंसान अपनी इस उम्मीद को पूरा करने के लिए ही कभी मनोवैज्ञानिक की मदद लेता है, कभी रिश्तेदारों की तो कभी डॉक्टर की। पर कई बार इंसान वशीकरण टोटके की ओर भी अपना रुख करता है। जिसकी ताकत को पूरी दुनिया जानती है और चाह कर भी लोग इसके प्रभाव को नज़र अंदाज़ नहीं कर पाते है। तो क्या अगली बार आप भी वशीकरण टोटके को आजमा कर देखना चाहते है, तो ये फैसला बिलकुल आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

लड़की पटाने का टोटका

-अगर कोई लड़की आप को किसी पार्टी में मिली है और आपको देखते ही प्यार हो गया है तो क्या करे पूरे आत्मविश्वास से एक जगह खड़े हो जाये और खुद को कुछ अलग दिखाइए जिससे वो लड़की आप की तरफ आकर्षित होगी फिर उसकी ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाये।
२- किसी लड़की से प्यार करने से पहले यह बहुत जरूरी है की आप की छवि लड़की के माँ बाप के नजरो में क्या है  क्योंकि लड़की के माँ बाप का सम्मान बहुत जरूरी है आप उनकी नजरो में शरीफ है तो आप उस लड़की के लिए किसी हीरो से कम नहीं है यह ध्यान रखे यह छवि बदलनी नहीं चाहिए ।
३- आप को किसी लड़की से प्रेम हो गया है रोज बाते होती है रात रात भर फिर आप उससे पहली बार मिलने जा रहे है तो पहनावे का विशेष ध्यान रखे क्योंकि फ़स्ट इम्प्रेशन इस लास्ट इम्प्रेशन उसको आप सबसे अलग लगने चाहिए ।
४-हर लड़की चाहती है कि उसको प्यार करने वाला उसको किसी राजकुमारी की तरह प्यार करे , और आप उसको यह अहसास दिला कर उसका प्यार जीत सकते है और हमेशा उसके विषय में ही बात करे उसका ख्याल रखे तब वह आपको प्रेम करने लगेगी और आपका ख्याल रखेगी ।
५- लड़कियों को पटाना और उनको इम्प्रेस करना एक कला है यह आप के अंदर स्वयं होती है और सबके पास अलग अलग सब अपने अपने तरीके से लड़कियों को पटाते है और उनसे अपने प्रेम का इज़हार करते  है ।
६- एक बात का ध्यान रखे की लड़कियां उन लड़कों को बिल्कुल पसंद नहीं करती जो शर्मीले और संकोची होते है और उनको खुले विचारों और बेहतरीन अदाओं वाले लड़के पसंद होते है इस लिए आप को ऐसा बनाना होगा ।
७- आप जिससे प्रेम करते है उसको वेलेंटाइन डे या जन्मदिन  को बेहतर बना दे और अपनी प्रेमिका के लिए कोई अनूठा तोहफा लेकर फूलो के साथ शादी करने का प्रस्ताव रखे वो कभी मना नहीं करेगी ।
लड़की वशीकरण-
सम्मोहन विद्या से कब कुछ हासिल किया जा सकता है चाहे प्रेम हो यह कुछ ,आप किसी लड़की से प्रेम करते है यह उसको अपना बनाना चाहते है और आप को पता चले की वह लड़की भी आपको पसंद करती है तो आप यह उपाय कर के किसी भी कन्या को अपने वश में कर सकते है ।
१- यदि आप किसी लड़की से प्रेम करते है और उस लड़की को अपने वश में करना चाहते है या  अपने प्यार को अमर बनाना चाहते है । तो आप को उस लड़की को शनिवार और अमावस्या को नहीं मिलना चाहिये  । यह करने से आप का आपस में प्रेम बढेगा आप के अंदर प्रेम का संचार होगा ।
२- सफेद वस्त्र धारण करके किसी मंदिर में जाए और गुलाब और चमेली का इत्र भगवान के चरणों में अर्पित करें आप को प्रेम सम्बधों में लाभ होगा प्रेम प्राप्ति होगी
३- आप किसी लड़की को अपने वश में करना चाहते है तो चाँदी की पायल अपने मूत्र में डूबा कर इक्कीस दिन तक किसी मिट्टी के घड़े में या किसी शीशे के पात्र में रख दे फिर इक्कीसवें दिन पायल को निकाल कर साफ़ कर जिस महिला को देगे वह आप के वश में हो जायेगी ।
४- आप छोटी इलायची ले और लाल चंदन कंगनी सिन्दूर काकड़सिंगी को साथ में पीसकर उसकी घूप बनाकर जिस स्त्री को सुघाएँ वो आप के वश में हो जायेगी ।
५- आप अपने प्रेम को अमर करना चाहते है और अपनी प्रेमिका को खोना नहीं चाहते है तो पन्ना की अंगूठी पहने जिससे आप आकर्षक बनेंगे और प्रेम बढेगा ।
काला जादू –
१-किसी लड़की को अपने वश में करने के लिए कड़वी लौकी के तेल से कपड़े की बत्ती से काजल बनाना चाहिए और उसको अपनी आँखों में लगाना चाहिये इसके बाद आप जिस स्त्री को देखेगे वो आप के वश में हो जायेगी ।
२-  आप किसी लड़की को अपने वश में करना चाहते है तो शुक्ल पक्ष में किसी रविवार के दिन शमशान की मिट्टी लेले और उसमें अपना वीर्य और अपने नाखुनो की भस्म को मिला ले और आप जिस स्त्री को खिलाएंगे  वो आपके वश में हो  जायेगी ।
३- किसी लड़की को अपने वश में करना चाहते है तो सफेद सरसों के पत्तो को लेकर तथा भाँग के साथ पीसकर उसका तिलक लगाने से वो स्त्री वश में हो जाती है ।
मंत्र-
१-आप इस मंत्र को तीन हजार बार जपने से कोई भी स्त्री आप के वश में हो जायेगी
ॐ नमोहः ॐ  नमोहः भुतः नाथ समाप्त भुवनः भूतानि सादयः
२- यह मंत्र जपने से आप किसी को भी अपने वश में कर सकते है
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं वाराहः-दन्तायः भैरवायः नमः
३-कामदेव का मंत्र जपने से आप किसी भी कन्या को अपने वश में कर सकते है क्योंकि कामदेव को प्रेम का देवता माना जाता है
ॐ नमः काम-देवायः नमः स्वहः
४- आप अपने प्रेम को प्राप्ति के लिए इस मंत्र का एक सौ आठ बार जप करना चाहिए  और इस मंत्र जप करने से आप किसी को भी अपने वश में कर सकते है यह मंत्र आपको दीपावली या  दशहरा  की रात्रि को जपना चाहिए
ॐ अमुक-नाम्ना ॐ नमोहः वायु-सूनवे झटतः आकर्षयः -आकर्षयः स्वाहः
५- आप भगवान कृष्ण जी का जप करे आप को आप का प्रेम प्राप्त होगा और किसी को अपने वश में कर सकते है
ॐ क्लीं कृष्णायः गोपीजनः वल्लभायः  स्वाहा:

तलाक से बचने के टोटके

तलाक होने के योग-
दंपति जीवन में कभी-कभी गृह कलह कुंडली के गुणों के कारण भी प्रारंभ हो जाते हैं और बात तलाक तक आ जाती है इससे बचने के लिए शादी से पूर्व लड़की और लड़के के गुण को अवश्य मिला लेना चाहिए ।
१- यदि कुंडली में  गुरु में शुक्र की दशा चल रही हो  यह शुक्र में गुरु की दशा चल रही हो तो परस्पर  कलह  होना तय है  और इस लड़ाई का अंत  तलाक तक पहुंच सकता है।
२- पति या पत्नी के अष्टम भाव में या सप्तम भाव में किसी पापी ग्रह का  होना भी ग्रह क्लेश का कारण होता है पापी ग्रह जैसे  राहु केतु, सूर्य का बैठना भी ग्रह क्लेश का कारण होता है
३- यदि कुंडली में  पति या पत्नी में किसी के भी  सप्तम भाव में  शनी है  तो गृह क्लेश अवश्य होगा और क्लेश तलाक तक बढ़ सकता है
४- ग्रह कलेश  कभी-कभी राहु की वजह से भी  उत्पन्न होता है  इसलिए  कुंडली में राहु का होना भी  अशुभ माना जाता है
उपाय-
१- यदि आपकी कुंडली में गृह कलह का कारण  राहु है तो 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।
२- आपकी कुंडली में यदि ग्रह कलेश का कारण  केतु है   तो  गणेश जी की पूजा करें  और नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है
३- आपकी कुंडली में यदि ग्रह क्लेश का कारण शनि है तो शनि ग्रह को शांत करने की कोशिश करें और 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करें  आपको लाभ होगा
४- सोने का स्थान में शुक्र यंत्र की स्थापना करने से गृह शांत होते हैं
५- पुरुष को हीरा धारण करने से लाभ होता है घर में शांति और धन की वर्षा होती है
तलाक रोकने के उपाय-
क्लेश के कारण जब बात तलाक तक पहुंच जाए तब इन छोटे उपायों से आपको लाभ होता है एवम पुनः घर में शांति सुख धन की वर्षा होती है
१- घर में आप एक शिवलिंग स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा करवाकर 41 दिन तक नित्य शुद्ध होकर स्नान करके  बेलपत्र और जल अर्पित करें और भगवान शिव की पांच माला जप करें ग्रह शांति होगी और क्लेश समाप्त होगे पति-पत्नि में  प्रेम का संचार होगा तलाक नहीं होगा
मंत्र-
ॐ नमः शिवः शक्तिस्वरूपायः ममः गृहे शांति कुरु कुरु स्वाहः
२- यदि घर में विवाद होता है और बात  पति पत्नि की  घर से निकलकर कचहरी तक पहुंच गई है  तो पुनः प्रेम स्थापित करने के लिए  गणेश जी की उपासना करनी चाहिए  और लड्डू का भोग लगाना चाहिए  गणेश जी प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगे ।
३- पति पत्नि के बीच कलह को दूर करने के लिए रात में जब भी सोये पूर्व की ओर सिर करके सोए जिस कारण आप में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और घर में शांति पुनः स्थापित होगी ।
४- अगर पति पत्नी के बीच निरंतर  लड़ाईयां होती है  और ग्रह कलेश के कारण  बात तलाक तक पहुंच गई है  घर में शांति नहीं है तो कलह समाप्त करने के लिए एक छोटा सा उपाय करना चाहिए यदि आपके घर में कहीं भी चीटियों निकलती हो तो प्रतिदिन  आटे में चीनी मिलाकर उनको खिलाएं  या क्रिया निरंतर आपको 40 दिन करनी होगी अवश्य लाभ होगा  एवम पुनः प्रेम जागृत होगा
५-यदि पति पत्नी के बीच तनाव बढ़ गया है और घर में हमेशा लड़ाई होती है जिस कारण बरक्कत नहीं होती और लड़ाई  घर की बजाय अब बाहर  और बाहर से कचहरी तक पहुंच गई है तो उसके लिए तीन गोमती चक्र लेकर  घर के दक्षिण दिशा में  फेंक दे और पांच गोमती चक्र लेकर सिंदूर की डिब्बी में  डालकर पूजा के स्थान पर रख दें और नित्य पूजन के समय उसी  सिंदूर से पुरुष तिलक करें  एवं महिलाएं मांग भरे  घर में शांति होगी क्लेश समाप्त होगा
६- यदि घर में कलह होती है और पति पत्नी की कलह कचहरी तक पहुंच गई है तो इससे निवारण के लिए भोजपत्र पर लाल कलम से पति का नाम लिखकर या पत्नी का नाम लिखकर हनुमान जी के मंत्र का 21 बार जप करते हुए घर के किसी कोने में रख दें और  मंगलवार को नियमित रुप से हनुमानजी के मंदिर में चोला चढ़ाएं  और सिंदूर अर्पित करें ऐसा करने से ग्रह कलेश समाप्त हो जाएगे पति-पत्नियों में पुनः प्रेम स्थापित होगा  तलाक का योग समाप्त हो जाएगा।
तलाक कराने के टोटके-
१- यदि आप तलाक चाहते हैं और आप  का काम कचहरी में अटका हुआ है तो जब भी आप कचहरी जाएं  तो गहरे रंग के वस्त्र धारण करके ही जाएं आपको लाभ होगा ।
२- अदालत में  अपने अधिवक्ता को  कलम उपहार में देने से  लाभ होता है और आपकी विजय होती है
३- आप का तलाक अटका हुआ है तो 11 दिन हकीक पत्थर लेकर किसी मंदिर में चढ़ा दें और अपनी प्रार्थना भगवान के समक्ष करें निश्चित ही आपको विजय प्राप्त होगी
४- यदि  आप के तलाक का मुकदमा  कचहरी में अटका हुआ है  तो कचहरी जाने से पहले पांच गोमती चक्र अपनी जेब में रख ले और  कचहरी के अंदर  उसको अपने दाहिने पैर के नीचे दबा दें मुकदमे का पक्ष आपकी तरफ होने की प्रबल संभावना हो जाती है।
५- यदि आपका तलाक का मुकदमा  कचहरी में चल रहा है और निर्णय नहीं आ रहा है  तो जब भी मुकदमे से वापस आए तो किसी मजार में गुलाब का पुष्प अर्पित करने से अवश्य लाभ होता है पर ध्यान रहे पुष्प अर्पित करने के बाद आपको सीधे अपने घर ही जाना होगा

कामदेव लव वशीकरण मंत्र

  •  कामदेव लव वशीक
    चूँकि कामदेव प्रेम, सौन्दर्य और आकर्षण के देवता हैं, इसलिए तंत्र साधना में उनकी उपासना का बहुत महत्व है. तंत्र साधना में किसी व्यक्ति को सम्मोहित करने या उसे वश में करने के लिए कामदेव बहुत ही काम आते हैं.
    कामदेव वशीकरण मंत्र की सहायता से किसी भी व्यक्ति को सम्मोहित किया जा सकता है. अगर आप किसी व्यक्ति के प्यार में पड़ गए हैं. लेकिन आप उसे मना नही पा रहे हैं तो कामदेव वशीकरण मंत्र का जाप आपको आशा के अनुरूप परिणाम दिला सकता है.
    कामदेव वशीकरण मंत्र बहुत ही चमत्कारिक है और इसका जाप करना का कोई नकारात्मक असर भी नही होता है. कामदेव वशीकरण मंत्र से किसी को वश में करने का उपाय:
    ॐ नमः कामदेवाय। सहकल सहद्रश सहमसह लिए वन्हे धुनन जनममदर्शनं उत्कण्ठितं कुरु कुरुदक्ष दक्षुधर कुसुमवाणेन हन हन स्वाहा||
    ऊपर दिए गए मंत्र का जाप 21000 बार करें. ऐसा करने पर ये कामदेव बीज मंत्र सिद्ध हो जायेगा. मंत्र उच्चारण समाप्त करने के बाद हवन करें. उसके बाद तर्पण और मार्जन करें. आखिर में आपको ब्राह्मण को भोजन करना चाहिए. इस मंत्र के अच्छे लाभ के लिए सुबह नहाने के बाद इस मंत्र का माला जाप करें.
    जिस व्यक्ति को आप अपने वश में करना चाहते हैं उसके लिए खाने में कामदेव वशीकरण मंत्र से अभिमंत्रित कोई वस्तु जैसे फल, फूल आदि मिला दें. जब वह व्यक्ति आपके द्वारा अभिमंत्रित खाना खायेगा तो वह आपके वश में आने लगेगा.
    ये कामदेव मंत्र प्रयोग बड़े मनोयोग और आत्मविश्वास के साथ करें. ऐसा करने पर आपको आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलेंगे.
    इस कामदेव वशीकरण मंत्र के प्रयोग से आप अपने शत्रु को भी नियंत्रण में रख सकते हैं. इसके लिए आपको इस मंत्र को प्रतिदिन 6000 बार जाप करना होगा.
    कामदेव वशीकरण मंत्र का प्रयोग आप कर आप अपने कामों को आसानी से सिद्ध कर सकते हैं. नीचे दी गयी समस्याओं के निदान में ये मन्त्र काफी कारगर सिद्ध हुआ है.
    अपने प्यार को आने के लिए – अगर आप किसी व्यक्ति से प्यार करते हैं, तो आपके लिए उसकी अवहेलना को सहना बड़ा मुश्किल होता है. अगर आपकी तरफ़ से हर तरह का प्रयास करने के बाद भी आप अपने प्यार को नही प्राप्त कर पाए तो आप कामदेव बीज मंत्र या कामदेव वशीकरण मंत्र का प्रयोग ज़रूर करें.
    दाम्पत्य जीवन को मधुर बनाने के लिए – अगर पति-पत्नी के बीच प्यार की कमी हो जाती है तो घर की सुख शांति छिन जाती है. ऐसे में आप इस कामदेव मंत्र फॉर लव से आपने जीवन में फिर से प्रेम की वर्षा कर सकते हैं. याद रहे कामदेव ही तो प्रेम और वासना के देवता हैं. आपके थोड़े से प्रयास से ही आपको काफी अच्छा परिणाम प्राप्त होने लगेगा.
    अपने व्यक्तित्व में आकर्षण पैदा करने के लिए – कामदेव का स्वरूप ही मोहित और आकर्षित करने वाला है. इसलिए जो भी व्यक्ति अपने व्यक्तित्व में आकर्षण पैदा करना चाहता है उसे कामदेव की उपासना करनी चाहिए.
    गृह-कलेश दूर करने के लिए- गृह कलेश तब होता है जब घर के सदस्य एक दूसरे की बात नही सुनते. अगर कामदेव मंत्र का उच्चारण नियमित रूप से किया जाता है तो घर से अशांति बाहर चली जाती है.
    शत्रु पर विजय पाने के लिए – अगर आपके शत्रु आपके मार्ग में बाधा डाल रहे हैं तो आप कामदेव वशीकरण मंत्र की सहायता से उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं.
    अपने प्यार को पाने या प्रेमी अपने प्रेमी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए क्लीं मंत्र का प्रयोग भी काफी उपयोगी होता है. क्लीं मन्त्र इस प्रकार है –
    “ॐ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य द्रश्यो भवामि यश्रा यश्र मम मुखम पछ्यती तत मोहयतु स्वाहा”
    इस मन्त्र को सुबह और शाम को नियमित रूप से 108 बार उच्चारित करें. इस मंत्र से आशाजनक परिणाम प्राप्त करने के लिए लगातार 21 दिन तक इसका जाप करें.
    कामदेव मंत्र साधना अपने आप में ही बहुत महत्पूर्ण है. पौराणिक कथाओं के अनुसार जब महादेव की पत्नी सती बिना आमंत्रण के अपने पिता द्वारा आयोजित यज्ञ में चली गयीं तो वहां पर उनका और महादेव का बहुत अपमान किया गया. इसके क्रोधित हो कर सती ने अग्नि में आत्मदाह कर लिया.
    भगवान महादेव इस घटना से बहुत आहत हुए और उन्होंने प्रगाड़ तप साधना में ख़ुद को लीन कर लिया. ऐसी स्थिति में कामदेव ने ही अपने अद्भुत आकर्षण और मोहिनी शक्ति का प्रयोग कर महादेव के मन में माता पार्वती के प्रति आकर्षण और प्रेम विकसित किया.
    जिस पश्चिमी संस्कृति के लोग क्यूपिड को प्रेम और वासना का देवता मानते हैं उसी प्रकार हमारे देश में कामदेव प्रेम और सौन्दर्य के देवता के रूप में पूजे जाते हैं. इन सबसे अलग यूनान में इरोस को प्रेम का देवता माना जाता है.
    कामदेव वशीकरण मंत्र का प्रयोग स्त्री पुरुष दोनों के लिए सामान रूप से उपयोगी होता है. इस मन्त्र के तत्काल और स्थायी असर के लिए पूरी लगन और ईमानदारी से इसे करें. अगर आपका प्यार सच्चा होता है तो ये एक चुम्बकीय प्रभाव उत्पन्न करता है और इस मंत्र का असर कई गुना बढ़ जाता है.
    कामदेव मंत्र फॉर अट्रैक्शन मतलब होता है आकर्षण के लिए कामदेव मंत्र का प्रयोग. इस मन्त्र को सिद्ध करने के बाद आप अपने व्यक्तिव में एक अगर ही चुम्बकीय प्रभाव देखेंगे. अगर आप इस कामदेव मन्त्र का प्रयोग नियमित रूप से करते हैं तो ये अपना स्थायी प्रभाव आपके व्यक्तिव पर छोड़ देता है.
    कामदेव वशीकरण मंत्र के साथ अगर शाबर मन्त्र का भी प्रयोग किया जाता है तो इस मन्त्र की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है.
    जो लोग किसी प्यार की समस्या या किसी अन्य दाम्पत्य समस्या से परेशान रहते हैं या रिश्तों में कड़वाहट आ गयी है उनके लिए कामदेव वशीकरण मंत्र बहुत ही उपयोगी सिद्ध होता है. कामदेव वशीकरण का सार यही है कि आप इसकी साधना और जाप बड़े धैर्य और विश्वास से करें. आपको आपकी मनोकामना के अनुसार फल अवश्य मिलेगा.
    रण मंत्र

प्रेम विवाह करने के टोटके

शास्‍त्रों में क्‍या है प्रेम विवाह का महत्‍व
हिंदू धर्म में 8 प्रकार के विवाह का विधान है जिसमें ब्रह्मा विवाह को सर्वश्रेष्‍ठ माना जाता है और पैशाच विवाह को सबसे नीचे की श्रेणी में रखा गया है। शास्‍त्रों के अनुसार गंधर्व विवाह को ही प्रेम विवाह कहा गया है। गंधर्व विवाह के अंतर्गत स्‍त्री और पुरुष अपनी मर्जी और अपनी पसंद से एक दूसरे से विवाह करते हैं।
किसका होता है प्रेम विवाह
ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार किसी व्‍यक्‍ति का प्रेम विवाह होगा या नहीं ये उसकी कुंडली से ज्ञात किया जा सकता है। कुंडली में विराजमान ग्रहों की स्थिति से यह पता लगाया जा सकता है कि उस व्‍यक्‍ति के जीवन में प्रेम विवाह का योग है या नहीं। तो आइए जानते हैं कि किस तरह कुंडली से प्रेम विवाह के योग के बारे में पता लगाया जा सकता है।
– ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार कुंडली का सप्‍तम भाव विवाह का भाव होता है। यदि सप्‍तम भाव का संबंध कुंडली के तीसरे, पांचवे, नौंवे या बारहवें भाव से हो तो उस जातक का प्रेम विवाह होता है।
– लग्‍न स्‍थान के स्‍वामी और सप्‍तम भाव के स्‍वामी के बीच युति हो तो ऐसी स्थिति में जातक के प्रेम विवाह के योग बनते हैं।
– सौरमंडल के ग्रह गुरु और शुक्र विवाह के कारक ग्रह माने जाते हैं। लड़कियों की कुंडली में गुरु का पाप प्रभाव में होना और लड़के की कुंडली में शुक्र का पाप प्रभाव में होना प्रेम विवाह के योग का निर्माण करता है।
– इसके अलावा यदि लग्‍न भाव का स्‍वामी, पंचमेश के साथ युति कर रहा हो या दोनों का आपस में दृष्‍ट संबंध हो या राशि परिवर्तन हो तो उस जातक के प्रेम विवाह की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
– सप्‍तम या पंचम भाव या इन भावों के स्‍वामी पर राहु का प्रभाव हो या इन भावों का स्‍वामी तीसरे, पांचवें, सातवें, ग्‍यारहवें या बारहवें भाव में बैठा हो तो उस व्‍यक्‍ति का निश्चित ही प्रेम विवाह होता है।
– यदि कुंडली के नवम स्‍थान में धनु या मीन राशि हो या शनि या राहु की दृष्टि सप्‍तम, नवम या गुरु पर पड़ रही हो तो ऐसी स्थिति में उस जातक के प्रेम विवाह के योग बनते हैं।
– जिसकी कुंडली में सप्‍तम भाव में राहु के साथ मंगल हो तो उसका प्रेम विवाह संभव है।
– यदि लग्‍न भाव में लग्‍नेश के साथ चंद्रमा बैठा हो तो उस व्‍यक्‍ति का प्रेम विवाह होता है। वहीं सप्‍तम भाव में सप्‍तमेश के साथ चंद्रमा विराजमान हो तो भी उस जातक के प्रेम विवाह के योग बनते हैं।
– शुक्र ग्रह, प्रेम का प्रतीक है और गुरु विवाह का कारक है। कुंडली में इन दो ग्रहों की स्थिति और दशा पर भी प्रेम विवाह निर्भर करता है।
ये हमने बताया कि कुंडली में ग्रहों की कैसी स्थिति में प्रेम विवाह के योग बनते हैं। अब हम आपको बताते हैं कि प्रेम विवाह के इच्‍छुक जातकों को अपनी राह में आ रही समस्‍याओं को दूर करने के लिए क्‍या उपाय करने चाहिए। यदि आप प्रेम विवाह करना चाहते हैं लेकिन आपको परिवार की अनुमति नहीं मिल रही है या अन्‍य कोई समस्‍या आपके प्रेम विवाह के बीच आ रही है तो ये उपाय इस काम को पूरा करने में आपकी मदद कर सकते हैं। जानिए प्रेम विवाह के उपाय -:
– प्रेम का प्रतीक हैं भगवान कृष्‍ण। आपने अगर उन्‍हें प्रसन्‍न कर लिया तो समझो आपके प्रेम विवाह की सारी मुश्किलें ही दूर हो गईं। भगवान कृष्‍ण को प्रसन्‍न करने के लिए किसी कृष्‍ण मंदिर में भगवान कृष्‍ण को पान और बांसुरी भेंट करें।
– यदि किसी के प्रेम विवाह में रुकावटें आ रहीं है तो वह व्‍यक्‍ति मां दुर्गा की उपासना करे। मां दुर्गा के मंदिर में लाल रंग की ध्‍वजा चढ़ाएं। इस उपाय को करने से आपको अवश्‍य ही लाभ होगा।
– अगर आप प्रेम विवाह के इच्‍छुक हैं तो आप भगवान शिव के स्‍वरूप शिवलिंग का शहद से रुद्राभिषेक करें। भगवान शिव की कृपा से आपको मनचाहा जीवनसाथी अवश्‍य मिलेगा।
– दांपत्‍य सुख के प्रतीक भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन से भी विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं। नियमित रूप से मंदिर जाकर शिव-पार्वती की आराधना करें।
– गुरु विवाह का कारक हैं तो उन्‍हें भी प्रसन्‍न करने से आपके विवाह में आ रहीं सभी बाधाएं दूर होती हैं।
प्रेम विवाह के लिए करें इन मंत्रों का जाप
– जो पुरुष प्रेम विवाह करना चाहते हैं वे श्रीकृष्‍ण के “क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा” मंत्र का रोज़ 108 बार जाप करें। इस उपाय से अवश्‍य ही आपको लाभ होगा।
– शुक्‍ल पक्ष के किसी भी गुरुवार को भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी की मूर्ति के आगे स्‍फटिक की माला से ‘ऊँ लक्ष्मी नारायणाय नमः’ का रोज़ 108 बार जाप करें। आपको इस उपाय को लगातार तीन महीने तक करना है।
– अपने प्रेमी का स्‍मरण करते हुए ‘ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा:’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप करने के साथ ही श्रीकृष्‍ण की आराधना भी करें। शुक्रवार के दिन राधाकृष्‍ण की मूर्ति के आगे बैठकर ही इस मंत्र का जाप करें। तीन माह के अंदर ही प्रेम विवाह से जुड़ी आपकी सभी परेशानियां अवश्‍य ही दूर होंगीं। इस मंत्र के अलावा आप ‘केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता’ मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
– अपने प्रेम विवाह में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए दूध में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। शिवलिंग के समक्ष रुद्राक्ष की माला से भगवान शिव के चमत्‍कारिक मंत्र ‘ॐ सोमेश्वराय नमः’ का 108 बार जाप करें। भगवान शिव की कृपा से निश्चित ही आपके विवाह की सभी बाधाएं दूर होंगीं।


पति को सौतन से दूर करने का उपाय

इस वो तत्व ने यदि पति को प्रेमपाश में बांध लिया पत्नी उपेक्षिता परित्यक्ता जीवन जीने को मजबूर हो जाती है। पुराने जमाने में पतियों को एकाधिक पत्नी रखने की सामाजिक स्वीकृति प्राप्त थी। ये एकाधिक पत्नियां आपस में सौतनें कहलातीं थीं। परंतु आज के संदर्भ में यह कथमपि स्वीकार्य नहीं है। इसलिए अक्सर लोग विवाह तो नहीं करते परंतु परायी स्त्री को पत्नी का समस्त दर्जा अवश्य दे देते हैं। इसलिए इन्हें सौतन के समतुल्य ही माना जाएगा।
यदि आपके जीवन में भी ऐसी कोई सौतन है तो उससे छुटकारे के लिए ज्योतिष विद्या में अनेक उपाय दिए गए हैं। इन उपाय को दो श्रेणी में बांट सकते हैं-मोहन तथा उच्चाटन। अर्थात पहले चरण में पति को स्वयं के प्रति मोहित करने का उपाय करें तथा दूसरे चरण में सौतन का अपने पति से उचाट लगा दें।
सौतन से छुटकारा पाने के लिए उपाय
इस चरण में पति को स्वयं के प्रति आकर्षित करने के लिए निम्नलिखित प्रयोग किये जा सकते हैं –
1.शुक्रवार के दिन तीन इलायची लेकर अपने शरीर से स्पर्श करें तथा उसे अपने कपड़े में बांध लें। अगली सुबह अर्थात शनिवार के दिन उसे पीसकर चाय अथवा दूध में मिलाकर पिला दें।
2.गोरोचन में पका हुआ केला मिलाकर एक लेप तैयार करें और उसे अपने सिर तथा चेहरे पर लगाएं। चेहरे पर अलौकिक कांति आएगी।
3.साबूत पान के पत्ते पर चंदन तथा केसर का चूर्ण मिलाकर अपने मस्तक पर तिलक लगाएं तथा पति अथवा उनके चित्र के समक्ष जाएं। यह प्रयोग निरंतर 43 दिनों तक करें, तथा नित्य नया पान का पŸाा इस्तेमाल करें जो कहीं से कटा-फटा न हो। अंतिम दिन सभी प को एकत्र कर बहते हुए पानी में बहा दें। आप में सम्मोहक शक्ति आ जाएगी।
4.एक शहद की शीशी अपनी तथा अपने पति की छोटी सी तस्वीर डालकर उसे अपने तकिये के नीचे रखें।
5.शनिवार की रात, बारह बजे अपनी मुट्ठी में कुछ लौंग भर लें तथा इक्कीस बार स्पष्ट उच्चारण में अपने पति का नाम लें। जितनी बार पति का नाम लें उतनी बार मुट्ठी में दबे लौंग पर फूंक मारें। इसके बाद उसे जला दें। निरंतर आठ दिनों तक इस टोटके की प्रक्रिया जारी रखें आठवें दिन पति के व्यवहार में परिवर्तन स्वयमेव दिखने लगेगा।
6.पति को स्वयं के प्रति मोहित करने के लिए शुक्र मंत्र का जाप अचूक उपाय माना जाता है जो इस प्रकार है -श्ओम दां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमःश्इ इस मंत्र का नियमित रूप से पाठ करने से पति आपके प्रति कामासक्त हो उठेगा।
7.शुक्ल पक्ष के गुरूवार को अपने घर के पूजा स्थल में लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा अथवा चित्र स्थापित करें। नित्य तीन माला तीन महीने तक श्ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमःश् मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के अतिरिक्त प्रति गुरूवार लक्ष्मी-नारायण मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं।
सौतन से छुटकारा पाने के लिए उपाय 
उच्चाटन
पहले चरण में यदि सफलता न मिले तो दूसरे चरण के प्रयोग को अपनाना चाहिए। उच्चाटन की शास्त्र सम्मत विधियों के अतिरिक्त कुछ सरल टोटके भी आजमाए जा सकते हैं। यदि परायी स्त्री के साथ पति का जुड़ाव मात्र काम-वासना आधारित हो तो साधारणतया टोटकों से ही अभीष्ट सिद्धि हो जाती है। परंतु यह जुड़ाव भावनात्मक स्तर पर प्रबल हो तो उच्चाटन हेतु विधिवत अनुष्ठान आवश्यक है।
1.रजस्वला अवधि में मध्यरात्रि को पति के बाल का कुछ हिस्सा काट लें तथा उसे छुपाकर अपने पास रख लें। कुछ दिन पश्चात उसे जला दें तथा पैरों से रौंदकर उसे बाहर फेंक दें।
2.पति के अधोवस्त्र को जलाकर किसी चैराहे पर फेंककर, उसे पैरों से रौंद दें तथा वापस घर आ जाएं।
3.तीन अभिमंत्रित गोमती चक्र में सिंदूर लगांए तथा होलिका दहन वाली अग्नि में अपनी सौतन का नाम लेते हुए डाल दें।
4.अमावस्या के दिन दो पीले पीपल पत्ते अपने हाथों से तोड़ लाएं। एक पर काजल से अपने पति का नाम लिखें, तथा दूसरे पर सिंदूर से उनका नाम लिखें। जिस पत्ते पर काजल से नाम लिखा उसे पीपल के पेड़ के पास ही किसी पत्थर से दबा दें। जिस पत्ते पर सिंदूर से नाम लिखा हो उसे अपने घर के छत पर उल्टा करके रख दें तथा उसे भी एक पत्थर से दबा दें। अब जिस पेड़ से पत्ता तोड़ा हो उसे नित्य जल अर्पित करें तथा सौतन से छुटकारे के लिए प्रार्थना करें। कुछ दिन बाद आपके पति को उस लड़की/स्त्री से उचाट लग जाएगा और वे उससे पूरी तरह विमुख हो जाएंगे।
पति को परायी स्त्री/लड़की से दूर करने के लिए उच्चाटन अनुष्ठान
यह प्रयोग किसी माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी को अथवा किसी भी शनिवार को रात्रि 11 बजे के पश्चात प्रारंभ करें। अपने समक्ष दुर्गा यंत्र स्थापित कर, लाल वस्त्र धारण कर लाल आसन पर दक्षिण दिशा की ओर मुंह कर बैठें। हाथ में जल लें तथा संकल्प करें -मैं अमुक साधिका अमुक स्त्री से अपने पति के प्रति उच्चाटन हेतु यह साधना कर रही हूं  ताकि भविष्य में वह मुझे अथवा मेरे परिवार की सुख-शांति को किसी प्रकार क्षति न पहुंचा सके। माता दुर्गा आर्शीवाद दें। इस संकल्प के पश्चात जल भूमि पर छोड़ दें। संभव हो तो सौतन का चित्र सामने रखें। इसके बाद निम्नलिखत मंत्र का 51 माला जाप मूंगे की माला पर करें-
ॐ दुँ दुर्गायै अमुकं उच्चाटय उच्चाटय शीघ्रं सर्व शत्रु बाधा नाशय नाशय फट
उक्त मंत्र में अमुक के स्थान पर सौतन का नाम लें। यह साधना निरंतर तीन दिन करने के उपरांत यंत्र को घर के पूजा स्थल में स्थापित कर दें, मूंगे की माला तथा सौतन का चित्र किसी सुनसान स्थान में गड्ढा खोदकर दबा दें। इस साधना का त्वरित परिणाम होता है।