शनिवार, 23 मार्च 2019

अपराजिता के वशीकरण तांत्रिक प्रयोग

सबसे पहले हम आपको अपराजिता के बारे मे बता दे कि यह एक बहुत ही उपकारी जड़ी बूटी है। यह लता के तरह फेलती है। यह आपको वन-उपवन कही भी पूरे भारत मे मिल सकती है। इसमे आने वाले फूल के रंग अलग-अलग होते है। कोई सफ़ेद रंग का होता है जिसे विष्णु कांता भी कहते है। तो कोई नीले रंग का होता है, जिसे कृष्ण कांता भी कहते है। यह देखने मे बेहद खूबसूरत होते है। बंगाल में दुर्गा और काली देवी की पूजा मे इनके फूलों का खास महत्त्व होता है। इस फूल का प्रयोग सिर्फ पूजा-पाठ मे ही नहीं, बल्कि तांत्रिक विद्या व जादू-टोटके मे भी होता है। घर से भूत-प्रेत भगाने से लेकर, धन-संबंधी समस्या या फिर गृह दोषों को ख़त्म करने मे भी इस फूल का इस्तेमाल होता है। तो जानते है की आखिर कैसे आप इन फूलों का इस्तेमाल कर सकते है।
अपराजिता के वशीकरण तांत्रिक प्रयोग
अपराजिता के वशीकरण तांत्रिक प्रयोग
यदि नीले रंग की अपराजिता यानि कृष्ण कांता को नीले रंग के कपड़े मे लपेटकर शनिवार के दिन   किसी रोगी के गले मे पहना दिया जाये, तो इससे उसके स्वास्थ्य मे सुधार होता है। साथ ही यदि अपराजिता के पत्ते के साथ नीम के पत्तों को मिलाकर उनकी धुप दी जाए या फिर इनका रस निकालकर उन्हे मिला दिया जाए और फिर नाक में टपका  दिया जाये तो उससे भी काफी फायदा होता है।
अगर किसिकों बिच्छू काट ले तो उस मामले मे भी यह बूटी काम आती है। बिच्छु के काट लेने पर दंशित जगह पर ऊपर से नीचे की तरफ श्वेत अपराजिता की जड़ को रगड़ना चाहिए और फिर उसी तरफ वाले हाथ में इसकी जड़ को दबा देना चाहिए। ऐसा करने से कुछ समय बाद विष  उतर जाता है।
बहुत सी ऐसी विवाहित महिलाए होती है जो चाहते हुए भी गर्भ धारण नहीं कर पाती है। ऐसे मे नीली अपराजिता की जड़ कमाल की औषधि के रूप मे काम मे आती है। इस नीली अपराजिता की जड़ को काली बकरी के शुद्ध दूध में पीसकर मिला ले व मासिक धर्म के खतम होने के बाद स्नान करके इस दूध को पी ले। इस दिन व्रत रखते हुए अगर पूरा दिन भगवान् कृष्ण की बाल रूप की पूजा की जाए और रात को गर्भधारण के हेतु पति के साथ सहवास करें तो गर्भधारण की सम्भावना बनती है।
यदि किसिके घर मे भूत-प्रेत का साया मंडरा रहा है तो शनिवार की रात्री मे नीली रंग वाली अपराजिता की जड़ को प्राप्त करले। उसे विधि-पूर्वक सिद्ध करले। इसके बाद जिस भी व्यक्ति के ऊपर भूत-प्रेत का साया है उसके गले मे इसे पहना दे। ऐसा करके घर मे सुख-शांति का वास होता है।
यही नहीं अगर आपको लगे की आपके घर मे कुछ भी सही नहीं चल रहा है या नकारात्मक ऊर्जा कुछ ज्यादा ही घर मे अशांति मचा रही है, तो ऐसे मे एक सरल सा उपाय यह करे कि सफ़ेद रंग के फूल वाली अपराजिता की जड़ ले। शनिवार के दिन उसे नीले रंग के कपड़े मे बांध ले और दरवाज़े पर टांग दे। ऐसा करके जल्द आप देख सकेंगे की घर मे सकरात्मक ऊर्जा आने लगी है।
एक समस्या जो हर घर में बेहद आम है वो है धन संबंधी। इस समस्या को दूर करने के लिए आप एक सरल सा उपाय यह कर सकते है कि किसी भी रंग के फूल वाली अपराजिता की एक छोटी सी जड़ को ले ले। साथ मे एक फूल भी ले और अब इन दोनों को चांदी की एक छोटी सी डब्बी मे रख उसकी पूजा करले और अपने घर के धन के स्थान पर रख दे। ऐसा करके आप जल्द देखेंगे की धन संबंधी समस्या खतम होने लगेगी।
यह अपराजिता इतने कमाल की औषधि होती है की ना सिर्फ इंसानों को बल्कि जनवारों को भी इनसे फायदा होता है। ऐसा माना गया है कि अगर सफ़ेद अपराजिता की पत्तियों को उसकी जड के साथ पीसकर बकरी के मूत्र में मिला दिया जाए व उनकी गोली बनाकर सुखा दिया जाए और उन्हे पशुओं के गले में बांध दिया जाए तो उन्हे किसी प्रकार की बीमारी नही होती। ना ही उन्हे कोई चुराकर ले जाता है।
आप अपराजिता की मदद से किसिकों अपने वश मे भी कर सकते है। पर इसके तरीके को ध्यान से समझ ले। रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में  अपराजिता के फूल ले आए व ग्रहण वाले दिन अपराजिता की मूल जड़ को लेकर कृष्ण पक्ष की अष्टमी व चतुर्दशी को जब शनिवार या रविवार पड़े, उस दिन सफ़ेद रंग का कपड़ा पहनकर इनकी गोली बनाकर सूखा दे। अब जब भी प्रयोग करना हो तो इस गोली को घिसकर माथे पर इसका तिलक लगा ले। अब तिलक लगाकर आप जिसके सामने जाएंगे वो व्यक्ति आपके वश मे हो जाएगा।
इतना ही नहीं बल्कि वास्तु की नज़र से भी यह पौधा बड़ा कमाल का होता है। यानि इसे अपने घर मे लगाकर आप घर से किसीभी प्रकार का वास्तु दोष खतम कर सकते है। यदि अपराजिता के फूल को भगवान गणेश को अर्पित किया जाता है तो मिया-बीवी के बीच रिश्ते सुधरते है और यदि किसिकी शादी नहीं हो रही तो भगवान गणेश को यह पुष्प चड़ाकर अच्छे life partner की मुराद भी पूरी हो जाती है।
तो देखा आपने की कैसे एक सुंदर सा दिखने वाला पौधा या कहे बेल कितने चमत्कारी उपायों से भरी है। ना सिर्फ पूजा-पाठ मे, बल्कि घर मे सुख-शांति से लेकर किसिकों अपने वश मे करने तक की शक्ति इस बूटी मे है। तो सुख-शांति के हेतु आप इसे अपने घरों मे भी लगा सकते है, जो साथ मे घर की सोभा भी बढ़ायेगा।       

आलू से वशीकरण करने का मंत्र टोटका

आलू पर नाम लिखकर वशीकरण करने का मंत्र टोटका विधि कैसे किया जाए जाने सभी का समाधान | जब बात आलू की हो रही हो तो अक्सर हम इसको एक आम सब्जी के रूप मे देखते है। जिसका इस्तेमाल बेहद आम है। इसके बिना तो मानो किसी भी सब्जी की कल्पना नहीं होती। kitchen मे आप कुछ भी बनाए उसमे आलू का शामिल होना लाज़मी है और सब लोग इसे बड़े स्वाद से भी खाते है। परंतु जब आलू का जिक्र वशीकरण विधि के साथ जोड़ा जाता है, तो यह ताल-मेल बड़ा अजीब लगता है। पर हाँ यह बिलकुल सत्य है की आलू के इस्तेमाल से भी कई प्रकार के वशीकरण किए जाते है। तो चलिये जानते है आखिर वो कौनसी वशीकरण विधि है, जिसमे आप आलू का इस्तेमाल करके किसिकों भी अपने वश मे कर सकते है।
आलू से वशीकरण करने का मंत्र टोटका
आलू से वशीकरण करने का मंत्र टोटका
आलू से किए जाने वाले वशीकरण की जो यह विधि हम आपको बता रहे है उसे आपको शनिवार की रात को करना होगा। इसको करने के लिए आपको तीन सरल सी चीज़ों की ज़रूरत पड़ेगी, जो सबके घर मे ही उपलब्ध होती है। वो चीज़ है एक काले रंग का पेन, चाकू और एक आलू। अब सबसे पहले तो आपको एक शांत व खाली कमरे की ज़रूरत होगी, जहां पूरे ध्यान से आप इस साधना को कर सके। कमरे मे एक सफ़ेद चद्दर या कपड़े का आसन बनाकर उसपर बैठ जाए। अब आलू पर काले पेन से उस व्यक्ति या स्त्री का नाम लिख ले जिसको आप बेहद पसंद करते है। उसके नाम व उम्र के साथ अपना नाम व उम्र भी लिख दे। अब आलू को अपने सिर के ऊपर से 7 बार फिरा ले व इसको एक मंत्र द्वारा अभिमंत्रित कर ले।
वो मंत्र है: “हरी ॐ भगवते वासुदेवाए नमः”। अभिमंत्रित कर लेने के बाद रात को आलू को अपने सिराहने रखकर सो जाए। अगली शुबह सूर्योदय होने से पहले आलू के चार हिस्से कर ले। अब दो हिस्सों को उस व्यक्ति/स्त्री के घर के सामने या फिर उसकी छत्त पर कैसे भी फेक आए और बाकी 2 हिस्सों को पीपल के पेड़ की जड़ के नीच दबा आए या पानी मे प्र्वाहित कर दे। इस उपाय को करने के कुछ वक़्त बाद आप इसके असर को देख पाएंगे।
अब यह रही एक अन्य मंत्र विधि। इस विधि को आपको तीन हफ्ते तक करना होगा। सोमवार, मंगलवार या शनिवार किसी भी दिन मे से आप एक दिन को चुन ले। यानि आप मंगलवार का दिन चुनते है तो तीन मंगलवार तक इस विधि को करे, सोमवार का दिन चुनते है तो लगातार 3 सोमवार के दिन उपाय को करे। अब विधि इस प्रकार से है कि एक आलू लेकर एक बर्तन मे उसका रस निकाल ले। फिर एक छोटे से कागज़ पर अपने शत्रु, या प्रेमी-प्रेमिका की फोटो बना ले। जिसको भी वश मे करना चाहते है। ध्यान रहे यह फोटो आपको खुद बनानी है और उसके पीछे व्यक्ति का नाम ज़रूर लिखे। अब कागज़ को बर्तन मे आलू के रस मे डुबो दे। मंत्र: “विश्व भरण पोषण कर जोई ,ताकर नाम भरत अस होई”।
अब बताए गए मंत्र का 2100 बार जाप करे। जाप पूरा होते ही आलू के रस से उस फोटो को निकाल खा जाए। दूसरी ज़रूरी बात की 21 दिनों तक इस विधि को करने के दौरान आपको इस बर्तन मे ही खाना खाना होगा। कोई और इस बर्तन का प्रयोग न करे। 21 दिन विधि के पूरे होते ही बर्तन को जल मे प्रवाहित कर आए।
हम आपको एक और मंत्र से परिचित करवाते है, जिसके प्रयोग से आप एक और वशीकरण साधना को कर सकते है व अपनी इच्छा को पूरी कर सकते है। मंत्र है: “ॐ कुल्याय च नमः (व्यक्ति का नाम) शाष्प्याय च फेन्याय च नमः”। यह विधि बेहद सरल है। इसमे आपको एक आलू लेना होगा और फिर उसको छील ले। अब आलू को एक काले कपड़े मे लपेट ले और ऊपर से लाल कलावे से तीन बार ऊपर से बांध दे।  इस आलू को लेकर पीपल के पेड़ के पास जाए। पीपल का एक पत्ता तोड़ ले व उसे जड़ के पास रख उसपर इस आलू को रख दे। आप अपना आसन वही लगाकर बैठ जाए। फिर आलू के पास तिल के तेल का एक दिया जला दे और ऊपर बताए गए मंत्र का 402 बार जाप करे। बस इतना करके आप उस व्यक्ति को अपने वश मे कर सकते है।
ऊपर बताए गए सभी वशीकरण मंत्र विधि के अलावा आप यह मंत्र विधि भी जान ले। क्या पता यह आपकी इच्छा को पूर्ण करने मे मददगार साबित हो। तो सबसे पहले हम आपको वो मंत्र बताते है। मंत्र है: “ॐ भरा भरा भू भैरव स्वः ,ॐ बहन बहन बहन अमुक मोहनाया स्वाः”। आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की इस विधि को सिर्फ 2 बार ही करे। जैसे ही सोमवार के दिन सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर और श्याम को 6 बजकर 25 मिनट पर। जी हाँ इनही दो वक़्त इस विधि को करे।  अब 2 आलू ले ले और उनपर उस व्यक्ति का नाम लिखे जिसको वश मे करना चाहते है। हो सकता है की आप अपने प्रेमी-प्रेमिका को वश मे करना चाहते हो या जो व्यक्ति आपका अहित चाहता हो आप उसे वश मे करना चाहते हो। खैर एक नाम आप लाल रंग की कलम से लिख दे। अब दोनों आलू को एक लाल रंग के कपड़े मे बांध ले। फिर बताए गए मंत्र का 11 बार जाप करे और उसके बाद दोनों आलू को किसी नीम के पेढ़ के नीचे रख आए। कुछ दिनों मे आप खुद इसका असर देख पाएंगे।
तो देखा आपने कैसे घर के रसोईघर मे हर वक्त नज़र आने वाला आलू वशीकरण जैसी बड़ी साधना मे काम आता है और किसिकों भी वश मे करने मे कितना मददगार है। उम्मीद है बिना किसिको व्यर्थ मे नुकसान पहुचाए, आप अपनी मुराद पूरी करने के लिए आलू से किए जाने वाले वशीकरण उपायों का इस्तेमाल कर सकते है, जोकि ऊपर बताए गए है।  CALL 9812052465

मनचाहे लड़के से शादी करने के उपाय

शादी, प्यार-मोहब्बत यह एक ऐसी कहानी है, जो दुनिया के हर इंसान के साथ घटती है। जिसमे सबको सफलता चाहिए होती है। पर अफ़सोस की सबके साथ ऐसा नहीं हो पता। दिलों का मिलना, बिछुड़ना व टूट जाना इस कहानी के अलग-अलग पहलू है। प्यार मे पड़ जाना बेहद आसान है क्यूंकी इंसान का इसपर कोई काबू नहीं है। लेकिन हर कोई सिर्फ यह ही चाहता है कि उसका प्यार उसे कैसे भी मिल जाए। तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे उपाय व टोटके बताते है जिसकी मदद से आप अपने प्यार को हासिल कर सकते है। यदि कोई लड़की या महिला किसिकों पसंद करती है, पर वो व्यक्ति उनपर ध्यान नहीं दे रहा तो नीचे बताए जाने वाले उपायों को करके वो मनचाहे लड़के से शादी करने के अपने सपने को सच कर सकती है।
मनचाहे लड़के से शादी करने के उपाय
मनचाहे लड़के से शादी करने के उपाय
तो चलिए सबसे पहले हम आपको भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा से जुड़ा उपाय बताते है। यहाँ आपको इस मंत्र की अवश्यकता पड़ेगी। मंत्र है: ‘ओम लक्ष्मी नारायण नमः’। इस उपाय को आप शुक्ल पक्ष में गुरुवार के दिन करे। इस साधना की ज़रूरी बात यह है कि इसे आपको अगले 3 महीने तक लगातार करना होगा और यदि आप सही तरीके से इसे कर लेती है तो मनचाहे प्यार को हासिल कर सकती है। बताए गए मंत्र का 3 महीने तक 3 माला जप करना होगा और हर गुरुवार के दिन मंदिर जाकर आपको प्रसाद चढ़ाना होगा।
जिस प्रकार भगवान विष्णु व लक्ष्मी जी की पूजा करके आप अपनी इच्छा को पूर्ण कर सकते है, उसी प्रकार भगवान कृष्ण व राधा जी की पूजा व उनकी कृपा से आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी। यहाँ भी एक मंत्र है, जिसका जाप आपको करना होगा। मंत्र है: “ओम हुं ह्रीं सः कृष्णाय नमः”। इस विधि को करने के लिए राधा-कृष्ण की प्रतिमा को अपने सामने रख ले। 108 बार मंत्र जप करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण के ऊपर शहद का छिड़काव करें। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में जाकर वहां बांसुरी के साथ पान अर्पित कर आए। ऐसा करके आप अपने प्रेमी को वश मे कर सकती है। साथ ही उसके साथ विवाह करने की आपकी इच्छा भी पूरी हो जाएगी।
यदि आप भगवान शिव के भक्त है तो उनकी साधना करके भी आप उनकी कृपा से अपने मनचाहे प्यार को पा सकते है। इस विधि को शुक्लपक्ष मे आने वाले पहले सोमवार के दिन करे। आप भगवान शिव का व्रत रखे और श्वेतार्क के वृक्ष की धूप व दीप से उनकी पूजा करे। इसके 8 पत्तों को  तोड़ ले और 7 पत्तों की मदद से एक थाली बना ले। इसके बाद बचे हुए एक पत्ते के ऊपर अपना नाम लिख दे और भगवान शिव को अर्पित कर दें। ऐसा करके आप उस व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है, जिससे विवाह करने का सपना देख रही है। पर बात बनने तक इस विधि को लगातार करते रहे।
अब हम आपको कामदेव के एक मंत्र के बारे मे बताते है। कामदेव जिन्हे स्वय प्रेम का देवता माना जाता है। मंत्र है: “ॐ नमो भगवते काम-देवाय श्रीं सर्व-जन-प्रियाय सर्व-जन-सम्मोहनाय, ज्वल-ज्वल, प्रज्वल-प्रज्वल, हन-हन, वद-वद, तप-तप, सम्मोहय-सम्मोहय, सर्व-जनं मे वशं कुरु-कुरु स्वाहा।” इस मन्त्र का दुरूपयोग न करे”। इस मंत्र का जप करके व कामदेव की साधना करके आप उन्हे प्रसन्न करके अपना मनचाहा प्यार हासिल कर सकती है।
ऊपर बताए गए मंत्र विधि के अलावा भी कुछ ऐसी छोटी-मोटी बाते है, जिनका पालन करके आप अपने प्रेमी के साथ रिश्तों को मजबूत कर सकती है। जैसे की प्रेमी-प्रेमिकाओं मे गुलाब का फूल देना बेहद आम बात होती है। तो जब भी आप अपने प्रेमी को यह फूल दे तो उसके काटे तोड़कर ही उसे दे। एक उपाय यह भी करे कि शुक्र देव की पूजा करना न भूले और साथ मे पंचमेश व सप्तमेश की भी पूजा करे। इसके साथ ही आप पंचमेश रत्न को धारण कर सकती है। जिसकी मदद से आपको आपका प्यार मिल जाएगा या उसकी संभावना जल्द बनने लगेगी।
अब हम आपको ज्योतिषशास्त्र और वास्तु की नज़र से भी एक बात बताते है। इनके अनुसार प्रेमी-प्रेमिकाओ को काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, यदि उनकी शादी करने कि योजना है। ऐसा करने से शादी के मार्ग मे बाधा आ जाती है, क्यूंकी काले रंग को शनि, राहु और केतु से जोड़कर देखा जाता है और इससे शादी-विवाह मे बाधा आती है।
आप इस सरल से टोटके को भी कर सकती है। इसको गुरुवार के दिन प्रात:काल ही करे। यानि प्रात:काल उठकर हल्दीयुक्त रोटियां बना ले और फिर हर रोटी के ऊपर गुड़ रख दे। इसके बाद इन रोटियों को गाय को खिला दे व उसके कान मे उस व्यक्ति का नाम फुसफुसाकर ले, जिससे आप विवाह करने की उम्मीद करती है। यह उपाय आपको 7 गुरुवार लगातार करना होगा।
शायद आप ना जानती हो पर छुआरे की मदद से भी आप एक खास टोटका करके अपने मनचाहे प्यार को हासिल कर सकती है। इस विधि को करने के लिए छुआरे अपने सिरहाने रख कर सो जाए। फिर शुक्रवार की रात 8 छुआरे को पानी में उबाल ले। अब उन्हे अपने सोने वाली जगह रखकर सो जाए। अगले दिन शनिवार को प्रात: काल उठकर स्नान कर ले व इन चीजों को बहते जल मे प्र्वाहित कर दे। जल मे प्र्वाहित करते वक़्त उस व्यक्ति का नाम लेते रहे, जिससे आप शादी करना चाहती है। ऐसा करके आप जल्द ही परिणाम देख पाएँगी।
तो उम्मीद करते है की ऊपर बताए गए उपाय आपके लिए मददगार होंगे। जिनकी मदद से आप मनचाहे व्यक्ति से शादी करके अपने प्यार को हासिल कर सकती है। साथ ही उसके साथ खूबसूरत ज़िंदगी जीने का आपका सपना भी पूरा कर सकती है।  CALL 9812052465

कोख बंधन खोलने का उपाय मंत्र

बंधी हुई कोख या कोख बंधन खोलने का उपाय मंत्र का प्रयोग कर कोई भी औलाद का सुख प्राप्त कर सकता है| सही कहते हैं लोग, दुनिया के सारे सुख एक तरफ और मातृत्व सुख एक तरफ! कभी-कभी तो यह उचित समय आने पर आसानी से प्राप्त हो जाता है लेकिन तकलीफ तब होती है जब सब कुछ सही होते हुए भी कुछ स्त्रियों की कोख सुनी रह जाती है और उन्हें दुनिया विरान लगने लगती है। उन्हें लगता है कि उनकी कोख बंध सी गई है।
कोख बंधन खोलने का उपाय मंत्र
कोख बंधन खोलने का उपाय मंत्र
उनकी इस वीराने को हटाने के लिए हम लेकर आए हैं बंधी हुई कोख को खोलने का उपाय मंत्र, जिन्हें आजमाने से उनके जीवन में खुशाहाली जा सकती है। ये हैं–
१)  काला तिल अल्प मात्रा में, कबूतर या मुर्गी का रक्त अथवा मांस, काला तिल का तेल, थोड़ी हींग एकत्रित कर ले। अब रक्त/मांस और तेल मिलाकर “ओम् क्रीं क्रीं क्रीं क्लीं फट् स्वाहा” मंत्र का जाप करते हुए उपयुक्त सामग्री से मालिश और स्नान करें। अब काला तिल में हींग मिलाकर शरीर के सारे छिद्रों पर लगाए। इसे सर एवं पेट पर लगाना एकदम भी ना भूलें। इस क्रिया को लगातार पाँच दिनों तक करना है। ऐसा होने से व्यक्ति बुरी उर्जा के बंधन से मुक्त हो जाता है और उसकी बंधी हुई कोख खुल जाती है। मंत्र जाप संख्या १०८ होनी चाहिए प्रतिदिन।
इस प्रयोग को करने के लिए नवमी या दशहरा के दिन अथवा किसी अन्य शुभ मुहूर्त के दिन नीचे दिए गए मंत्र को सिद्ध कर ले। इसके लिए निश्चित दिन आसन बिछाकर पूरब की ओर मुखासीन होकर बैठ जाए।  समय रात्रि के ९:०० बजे के बाद का रखें। अपने सामने हनुमान जी की तस्वीर रखे। तस्वीर का धूप और दीप से पूजन करें तथा लड्डू का भोग लगा दे और साथ में  दिए गए मंत्र का १०८ बार जाप करें। इससे मंत्र की सिद्धि हो जाएगी।
अब जब आपको इस मंत्र का प्रयोग करना है तब अपने सामने संबंधित स्त्री को बैठा ले। हाथ में जल का गिलास रखें। इसे अभिमंत्रित करे इसी मंत्र द्वारा। इसके लिए सात बार मंत्र का पाठ करें। अब अभिमंत्रित जल स्त्री को पिला दे। एक लाल रंग का धागा ले ले और फिर से २१ बार मंत्र पढ़ते हुए २१ गांठ लगाए। इससे यह धागा अभिमंत्रित हो जाएगा। अब इस धागे को स्त्री के कमर में बधवा दे। मंत्र है- “ॐ नमो नील नील महानील दृष्टि देख कोथ खोल फले फूले बेल बढ़े चतुराई चले अमुक ( संबंधित स्त्री का नाम) के पेड़ के फल फूल की जो हानि हो तो राजा राम की दुहाई जती हनुमान की दुहाई शब्द सांचा पिंड काचा फुरे मंत्र ईश्वर वाचा सत नाम आदेश गुरु का”।
२) सरसों तेल, बड़ के ११ पत्ते ले। ये पत्ते एकदम ताजे, बड़े और बिना कटे फटे होने चाहिए। अब इनको अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें व पोंछकर पानी सुखा लें। इन पत्तों के दोनों तरफ सरसों तेल अच्छी तरह लगा दे। इसके पश्चात तवा गर्म करें और जिस प्रकार रोटी सेंकते हैं उस तरह इन पत्तों को दोनों तरफ से हल्का हल्का सेंके। अब संबंधित स्त्री के पेट के निचले हिस्से पर इनको सूती कपड़े से बांध दे। यह उपाय उसी समय किया जाए जब संबंधित स्त्री महावारी के दिनों में हो। तीन दिन तक लगातार इस क्रिया को रात के वक्त सोते समय करे। सवेरे उठकर इन पत्तों को हटा दे। भगवान ने चाहा तो आपकी मनवांछित इच्छा जरूर और जल्दी ही पूर्ण होगी।
३) “ओम ह्वीं श्रीं क्लीं बगुलामुखी अमुक (जिसके लिए यह उपाय करना है उसका नाम) जरायुपिंड स्तंभय स्तंभय की लय की लय क्लीं श्रीं ह्वीं ओम् स्वाहा”।  इस मंत्र का प्रयोग करने के लिए आप सबसे पहले हाथी के नाखून का पाउडर में काला तिल का पाउडर तथा अरंडी का तेल को मिलाकर दिए गए मंत्र का 108 बार पाठ करते हुए आहुति की तैयारी करे। हवन में हाथी की लीद, संबंधित स्त्री के रज से भीगा हुआ कपड़ा तथा पलाश के बीज का व्यवहार करें। आहुति देते वक्त ढाक की लकड़ी से आहुति दे। इस वक्त उपरोक्त मंत्र का तीन हजार बार पाठ करते हुए हर बार आहुति दे। बंधी हुई कोख खोलने का उपाय मंत्र में इस उपाय को आप शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी से लेकर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के मध्य कभी भी कर सकते हैं।
४)  “देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि में तनयं कृष्ण त्वामाह शरणंगता” इस मंत्र का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले आप भगवान कृष्ण के बालस्वरूप का एक चित्र अपने शयनकक्ष में लगा ले। प्रतिदिन सवेरे आसन पर बैठकर इस  मंत्र का १०८ बार जाप करें। यह जाप लगातार एक वर्ष तक प्रतिदिन करें।
बंधी हुई कोख खोलने का उपाय मंत्र के अन्य उपाय-
किसी स्त्री को अगर कन्या रत्न की प्राप्ति की चाह है तो वह उपाय अपना सकती है- चावल के माड़ में नींबू की जड़ को अच्छी तरह पीस ले और इसे स्त्री खा ले। अब एक घंटे के अंदर अपने पति के साथ अगर वह प्रयास करें तो भगवान उसके कामना को सम्पूर्ण करेंगे ऐसा विश्वास है।
पुत्र की चाह रखने वाली स्त्री के लिए- रितु स्नान के एक दिन पूर्व शिवलिंगी के बेल की जड़ में तांबे का एक सिक्का और एक साबुत सुपारी डाल दे और निमंत्रण दे। दूसरे दिन सूर्योदय के पूर्व वहाँ जाकर उनसे प्रार्थना करें और कहे, “हे विश्वभृय  इस पुत्र-विहिन की चिकित्सा आप स्वयं करें।” अब  घुटने में बैठकर इस जड़ को दोनों हाथों में लेकर सिर से स्पर्श करे और पाँच शिवलिंगी के फूल घर लेकर आ जाए। इनके बीज को गाय के दूध में मिलाकर पीस कर सेवन कर ले।
तिल के तेल में थोड़ा सा हींग पाउडर डाल दे। इसका पाँच दिनों तक लगातार सुबह-सुबह सेवन करे।
एक पीली कौड़ी खरीद के लाए और शुभ मुहूर्त देख कर स्त्री के कमर में बांध दें।
लगभग २५ ग्राम करेले का रस पाँच दिनों तक लगातार खाली पेट ले।
बरगद के पत्ते पर कुमकुम से स्वास्तिक का चिन्ह बनाए। इसके ऊपर चावल के कुछ दाने और एक सुपारी रख देवी मां के मंदिर में चढ़ा दें। सच्चे हृदय से अपने मन की मुराद को पुर्ण करने के लिए मां से प्रार्थना करें।
दूध में उड़द डालकर पुराना गुड़ डालकर खीर बनाए। इसे कुछ दिन रोज लगातार खाए।
घर से निकलते वक्त अगर काली गाय आपके सामने पड़े तो उससे प्रार्थना करते हुए उसके सर पर जरूर श्रद्धा पूर्वक हाथ फेरे।
सवेरे सवेरे उठने के साथ ही बिना मुंह धोए एक सबूत लवंग को पानी के साथ निगल ले।
संतान प्राप्ति की इच्छुक स्त्री को  प्रतिदिन भिखारियों को गुड़ का दान देना चाहिए।
सवेरे खाली पेट ५० ग्राम कच्ची हल्दी पीसकर खाएं।
विवाहित स्त्रियां प्रतिदिन पीपल की परिक्रमा करें और दीपक जलाकर प्रार्थना करें।
आटे में थोड़ा सा पानी डालकर इस की गोलियां बना ले। इसमें चना दाल (अल्प मात्रा में) और थोड़ा हल्दी पाउडर मिलाकर गाय को खिला दे। यह उपाय प्रति गुरूवार को करें।   call 9812052465

प्याज के रस से कैसे करे वशीकरण मंत्र टोटका CALL 9812052465

कोई भी साधक जाने यहां पर कि प्याज से वशीकरण कैसे करें ? हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में रसोई घर में आसानी से उपलब्ध इस चीज का प्रयोग हम अपने खाद्य पदार्थों का स्वाद बनाने के अलावा किसी को वशीकरण करने के लिए भी कर सकते हैं और प्याज से किया गया वशीकरण काफी प्रभावशाली होता है। तो चलिए, आप को भी अवगत करा दें प्याज से वशीकरण कैसे करें के टोटके मंत्र और उपाय से। यह है-
प्याज के रस से कैसे करे वशीकरण मंत्र टोटका
प्याज के रस से कैसे करे वशीकरण मंत्र टोटका
१)  “ओम् पवित्रे समागमे सज्जनातारणाय वो नमो नमो अमुक शष्प्याय च फेन्याय च नमः” इस मंत्र का प्रयोग करें प्याज से वशीकरण करने के लिए। इसके लिए सबसे पहले आपको एक गिलास पानी, छोटा प्याज, एक नोकीली चीज नाम लिखने के लिए और लाल कागज की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले प्याज छिल कर उसे पानी में डाले और इस पानी को आप आंच में चढ़ा दे। जब पानी पूरा खौल जाए और प्याज का रस उसमें अच्छी तरह से मिल जाए तो उसे उतार कर छान ले व प्याज को बाहर फेंक दे। जब यह पानी यानि प्याज का रस ठंडा हो जाए तब आप एक नुकीली चीज से कागज पर उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसे आप अपने वश में करना चाहते हैं। फिर उस कागज को लेकर किसी बीच चौराहे पर जाएं और अपने बाएं हाथ में पकड़कर ऊपर दिए गए मंत्र का १०३ बार उच्चारण करें। मंत्र में अमुक के स्थान पर सम्बंधित व्यक्ति का नाम ले। अब इस कागज को समेट कर चौराहे के बीच में रख दे। अब जो कोई भी इस कागज को लघेंगा तो इस कागज पर लिखे हुए नाम के व्यक्ति पर वशीकरण का प्रभाव पैदा हो जाएगा और वह आपके वश में आ जाएगा।
इस मंत्र को आप इस तरह भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक नींबू और प्याज लेना पड़ेगा। निंबू को काट ले व इसका रस एक बर्तन में डाल दे। अब उसके  ऊपर प्याज कटे। नींबू के रस में डाल दे प्याज के छिलके को। इसे  सात-आठ मिनट वहीं रहने दे। आप पाएंगे कि प्याज के छिलके का रंग बदलने लगा है। इस वक्त आप ऊपर दिया जाए मंत्र का २१ बार जाप करें। आप देखेंगे कि आधे घंटे के अंदर ही इस मंत्र का प्रभाव जिसे आप वश में करना चाहते हैं उसके ऊपर पड़ने लगेगा।
२) अपने रूठे हुए पति या पत्नी को वश में करने के लिए एक देसी टोटका और प्याज वशीकरण मंत्र आपके लिए पेश है। सबसे पहले एक छोटा प्याज, हल्दी पाउडर लगभग एक चुटकी, कलेवा या लाल धागा, गाय का घी अल्प मात्रा में  इत्यादि समान एकत्रित करें। अब जब आपको यह क्रिया प्रारंभ करनी है तो उस वक्त एक आसन पर बैठकर प्याज को बीचो बीच से काटे। बीच के कटे हुए दोनों भाग में स्वास्तिक बनाएं और स्वस्तिक के ऊपर वाले स्थान पर यह मंत्र लिखें। मंत्र है – “ओम् पति/पत्नी वश्यम् स्वाहा” । स्वास्तिक के लिए आप गाय के घी में हल्दी मिलाकर लेप तैयार करें। इसे ही स्वस्तिक और मंत्र में प्रयोग करे। अब प्याज के दोनों टुकड़ो को आपस में मिला दे ठीक उसी तरह जिस तरह यह काटने के पहले था। इसे कलेवा से अच्छी तरह बांध दे। इस वक्त ऊपर दिए गए मंत्र का उच्चारण करते रहे। अब इस प्याज का अर्क या प्याज का टुकड़ा वश में करने वाले पत/पत्नी को खिला दे।
३) “ओम नमः श्वभ्य: श्वपतिभ्यश्च वो नमो नमो भवाय च रुद्राय च नमः (जिसे वश में करना है उस व्यक्ति का नाम ले) शर्वाय च पशुपतये च नमो नीलग्रीवाय च शितिकण्ठाय च” इस मंत्र को प्रयोग में लाने के लिए सबसे पहले आप एक प्याज को कलावा से बांध दे। आप इस के बीचो-बीच दो इलायची और दो लवंग गाड़ दे, प्याज को काटना नहीं है। अगर लौंग-इलाइची ठीक से ना गड़े तो किसी नुकीली चीज से प्याज को खोदकर इन्हें अच्छी तरह से दबा दें। अब आप किसी सुनसान स्थान पर जाएं। कुछ सूखी लकड़ियां (आम की हो तो अति उत्तम) इकट्ठा कर जला दे। जलती हुई लड़कियों के ऊपर लौंग-इलाइची  वाला प्याज रख दे। इस वक्त आप ऊपर दिए गए मंत्र का १९७ बार जाप करें। मंत्र समाप्ति और प्याज के जलने के बाद उसके ऊपर मिट्टी डाल कर इसे ढक दे। अब वापस घर आ जाएं और स्नान कर ले। ध्यान रहे, इस क्रिया को करते वक्त किसी की आप पर नजर ना पड़े और घर लौटते वक्त वापस पीछे मुड़कर ना देखें।  प्याज वशीकरण के इस टोटके का तीन दिन के अंदर आपको प्रभाव देखने को मिल जाएगा।
४)  एक छोटा प्याज, लाल सिंदूर, कलावा, लकड़ी का पतला और थोड़ा सा लंबा टुकड़ा, नमक की पाँच छोटी डली आदि सामग्री बजार से खरीद ले। प्याज को बीच से काट ले। कटे हुए दोनों भागों पर सिंदूर से जिसे वश में करना है उसका नाम लिख दे। इन दोनों भागों को वापस मिला कर कलावा से अच्छी तरह बांध दे। इसके ऊपर बीचोबीच लकड़ी का टुकड़ा गाड़ दें। किसी सुनसान स्थान पर जाएं। मिट्टी खोदकर प्याज रख दे। उसके ऊपर नमक की पाँचो डली रखे और मंत्र का जाप करें १०८ बार। हर मंत्रोच्चारण के बाद सम्बन्धित व्यक्ति का स्मरण करे। मंत्र समाप्त होने के बाद प्याज और नमक के ऊपर मिट्टी डालकर वापस घर आ जाए। मंत्र में अमुक के स्थान पर वश में करने वाले का नाम ले। मंत्र है– “ओम् ह्रीं ध्रींं वश्याम् अमुक फट् स्वाहा”।        CALL - 9812052465

चावल के दाने से कैसे करें वशीकरण मंत्र टोटके

 कोई भी ये जान सकता है की चावल के दाने से वशीकरण कैसे किया जाता है? चावल को हम हर रोज lunch या डिनर मे खाते ही है। स्वादिष्ट व पोशाक होने के साथ ही इसके कुछ और भी राज़ है। जैसे कि हमने अक्सर घर-मंदिरों मे होने वाली पूजा या हवन मे चावल के इस्तेमाल को देखा है। यानि सिर्फ खाने के अलावा इसका आध्यात्मिक पहलू भी है। इसकी खुद की अपनी कुछ शक्ति व महत्व है। यदि हम वशीकरण की बात करे तो यहाँ भी चावल का प्रयोग होता है। शायद आप न जानते हो पर चावल के प्रयोग से भी आप किसिकों अपने वशीभूत कर सकते है। तो जानते है कुछ ऐसी ही विधियों को।
चावल के दाने से कैसे करें वशीकरण मंत्र टोटके
चावल के दाने से कैसे करें वशीकरण मंत्र टोटके
सबसे पहले हम आपको एक सरल सा उपाय बताते है। जिसको बड़ी आसानी से आप कर सकते है और ऐसा करके आप अपने जीवन व घर से दरिद्रता को दूर कर सकते है। इस उपाय को सोमवार के दिन कर। आप बस पास के किसी शिव मंदिर मे जाए और वहाँ शिवलिंग पर पानी के साथ चावल के कुछ दाने चड़ा दे। अब बाकी जो चावल बच गए है, उन्हे आप गरीबों के बीच बाट दे। तो देखा कैसे भगवान को चावल का भोग लगाकर आप अपने जीवन मे सुख-स्मृधि ला सकते है।
चलिए चावल की मदद से भगवान की कृपा पाने का दूसरा तरीका भी आपको बताते है। पुर्णिमा के दिन आप चावल लेकर उसे केसर या हल्दी से रंग ले। इस बात का ध्यान चावल टूटे हुए न हो। अब अपने पास की मंदिर मे जाकर इन्हे भगवान को दान कर आए। जल्द ही आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।
यदि कोई व्यक्ति आपको ज्यादा ही परेशान कर रहा है, या कोई व्यक्ति/स्त्री आपको पसंद आ गई है, पर वो आपको नज़रअंदाज़ कर रहा/रही है तो ऐसे मे आप चावल से बड़े आसानी से उसे अपने वश मे कर सकते है। एक मंत्र आपको जानना होगा, जोकि है: “ॐ ह्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ह्रीं श्रीं कात्यायन्यै स्वाहा”। इस विधि को करने के लिए आपको चाहिए कि एक सफ़ेद कागज़ के ऊपर उस व्यक्ति का नाम लिख दे जिसे वशीभूत करना चाहते है। आपको इस विधि मे शमशान की राख चाहिए होगी, जिसे उस कागज़ पर डालना होगा। इसके बाद दाहिने हाथ मे चावल के कुछ दाने पकड़ते हुए 108 बार मंत्र का जप करे। अब हाथ पर फूँक मारकर चावल को कागज़ के ऊपर रख दे व कागज़ मे उन चीजों को लपेट दे। आखिरी मे आपको बस इतना और करना है कि इस कागज़ को किसी गुलाब जल की बॉटल मे डाल उसे एक सुनसान जगह पर किसी पेढ़ के नीचे छुपा आए। कुछ ही दिनों मे आप परिणाम देख पाएंगे कि वो व्यक्ति आपके वश मे हो गया है।
चावल के दाने से कैसे करें वशीकरण मंत्र टोटके– चावल की मदद से अगर आप किसी इंसान को अपने वश मे करना चाहते है तो इस मंत्र की सहायता ले सकते है। मंत्र है: “ॐ हूं ॐ हूं हीँ ॐ हों हीं हां नम:”। इस मंत्र साधना को करने के लिए आपको चावल के कुछ दानों के साथ, 4 कीलें, चिकनी मिट्टी, सिन्दूर व कुछ फूल के साथ उस व्यक्ति की फोटो चाहिए होंगे। सबसे पहले तो आप चिकनी मिट्टी से एक पुतला बना ले और उसके पेट पर चावल के कुछ दाने रख दे। अब पुतले पर सिंदूर लगा दे। यानि उसके हर हिस्से पर सिंदूर अच्छे से लगा होना चाहिए। अब फूल की पंखुड़ीयों को तोड़कर एक-एक करके उस पुतले के सभी हिस्सों पर लगा दे। अब उस व्यक्ति की फोटो के पीछे उसका व अपना नाम लिख दे। इस फोटो को कील की मदद से उस पुतले के बीच मे लगा दे। दो किले उसके दोनों हाथ मे लगा दे। ध्यान रहे आपको ऊपर बताए गए मंत्र का 101 बार जप करना है। विधि पूर्ण होने के बाद आप इसकी शक्ति को महसूस कर पाएंगे कि किस तरह वो व्यक्ति आपके वश मे हो गया है।
यदि कोई व्यक्ति परेशानी का कारण बन रहा है और जान बूझकर आपको नुकसान देना चाहता है तो ऐसे लोगों से भी बचाने मे चावल आपकी मदद करता है। बस करना यह है कि 38 सबूत उड़द की काली दाल ले, उसमे 40 चावल के दाने मिलाकर, दोनों को कही गड्ढे मे दबा दे। अब उसके ऊपर से नींबू निचोड़ते हुए उस व्यक्ति का नाम लेते रहे, जो आपसे दुश्मनी कर रहा है। जल्द आपको उससे छुटकारा मिल जाएगा।
कई बार काफी मेहनत करने पर भी काम नहीं बनता या बनते-बनते अटक जाता है। पंडित या शास्त्रियों से सलाह लेने पर पता चलता है कि पितृ दोष के कारण ऐसा हो रहा है। ऐसे मे आप अमावस्या वाले दिन चावल की खीर बना ले और उसमें रोटी को चूर-चूर करके डाल दे। फिर  इसे कौओं के खाने के लिए अपने घर की छत्त पर रख आए। इस उपाय से आपके अटके काम तो सफल होंगे ही साथ मे पितृ दोष भी ख़तम हो जाएगा। यानि बुरा प्रभाव ख़तम होते ही घर मे सकरतमक ऊर्जा शुरू हो जाएगी।
कई बार बहुत मेहनत से पैसा कमाने के बाद भी वो बचता नहीं, चाहे आप कितनी भी कोशिश क्यूँ न कर ले। तो इस समस्या से निपटने के लिए आप सबसे पहले किसी भी शुभ मुहूर्त या दिन का चयन कर ले। जैसा की अक्षय तृतीया, पूर्णिमा या दीपावली या इसी के जैसे कोई दूसरे अच्छे दिन। शुबह जल्दी उठकर, स्नान करके एक लाल कपड़ा ले व उसमे चावल के 21 दानों को बांध दे। चावल टूटे हुए न हो। इसके बाद माँ लक्ष्मी की पूजा करे। पूजा स्थल पर इस लाल कपड़े को भी रखे। पूजा पूर्ण हो जाए तो लाल कपड़े मे पड़े उन चावल के 21 दानों को अपने पर्स मे

गुरुवार, 21 मार्च 2019