वैसे कहते है न की इंसान की फ़ितरत होती है कि वो जिस चीज़ को चाहने लगता है, उसे हासिल करने के तमाम उपाय खोजता ही है। अब ऐसे मे किसी तांत्रिक विद्या या वशीकरण टोटके का सहारा लेना पड़े तो कोई बुराई नहीं लगती। जिन मामलों मे वशीकरण के इस्तेमाल को सबसे ज्यादा देखा गया है, वो है- पति-पत्नी के रिश्ते या प्रेमी-प्रेमिकाओं का रिश्ता। ये दोनों रिश्ते होते ही कुछ ऐसे है। यहाँ वशीकरण- टोटके एक सहायक उपचार के रूप मे सामने आते है।
माना जाता है कि प्यार ही हर रिश्ते की नीवं होता है, और जब प्यार कम हो तो ये नीवं कमजोर होने लगती है। वैसे कई बार जब प्यार एक तरफा हो जाये, तब भी वशीकरण का इस्तेमाल किया जाता है और न ही इसमे कोई बुराई समझी जाती है। अगर हम देखे तो वशीकरण का दायरा और भी बड़ा है। तो चलिये ऐसे मे हम आपको बताते है कि माहिलाये अपने पतियों को अपनी ओर आकर्षित करने या वैवाहिक जीवन की दिक्कतों को दूर करने के लिए कैसे टोटकों का सहारा लेती है।
अगर किसी स्त्री को ऐसा महसूस हो की उसके पति का किसी दूसरी महिला के साथ संबंध है, जिसकी वजह से उन दोनों के बीच दूरिया बढ़ती जा रही है। तो ऐसे मे वो स्त्री गुरुवार या फिर शुक्रवार की रात 12 बजे, पति की चोटी से कुछ बाल काटकर, उसे उनकी नज़रों से कही दूर रख दे। सावधानी से किए गए इस काम का असर कुछ दिनों मे नज़र आने लगता है। वो स्त्री महसूस करती है की उसका पति उसकी ओर फिर से आकर्षित हो रहा है। फिर स्त्री को कुछ दोनों बाद उन बालों को जलाकर और पैरों से मसलकर घर के बाहर फेकना होता है। दूसरा उपाय ये भी किया जा सकता है कि स्त्री शुक्रवार के दिन श्री कृष्ण की पूजा करके, उस रात सोने से पहले, 3 इलायची को अपने शरीर से छुआ कर पति के आस-पास कही रख दे। अगली शुबह उठकर स्त्री उस इलायची को चाय मे डालकर पति को पिलाए। एक महीने तक इस टोटके को करके वो महसूस करेगी की पति फिर से उसकी ओर ध्यान देने लगा है।
बात सिर्फ पति-पत्नी तक ही सीमित नहीं, बहुत से आदमी भी महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते है, जो उनसे बेहद प्यार करते है, पर लड़की बिलकुल ध्यान नहीं देती। ऐसे मे “ॐ भगवती भग भाग दायनी देव दन्ती मम वंश्य करु करु स्वाहा” नामक मंत्र का सहारा लिया जा सकता है। गुरुवार के दिन खुसी नमक को इस मंत्र के साथ 7 बार अभिमंत्रित करके उसे खाने मे मिलकर स्त्री को देने से वो उस पुरुष की ओर आकर्षित होने लगती है। ध्यान रहे की मंत्र मे “देव दन्ती” की स्थान पर उस स्त्री का नाम ले जिसे आप चाहते हो। इसके अलावा एक दूसरा बेहद सरल उपाय भी है- जिसमे पुरुष सूर्यग्रहण के वक़्त सहदेव की जड़ और सफ़ेद चंदन को घिसकर उसका तिलक लगाए, तो उसे देखकर भी स्त्री उसकी ओर वशीभूत होने लगती है।
इंसान जैसे ही युवा अवस्था मे आता है उसके लिए आकर्षण एक बेहद आम बात हो जाती है। आकर्षण जो आपको किसी भी इंसान या चीज़ से हो जाता है। पर बात सिर्फ प्यार-मोहब्बत तक ही सीमित नहीं होती, ज़िंदगी मे कुछ रिश्ते ऐसे भी होते है जिनमे सबसे ज्यादा अन-बन देखी गई है। उन्ही मे से एक रिश्ता है सास-बहू का। यहाँ वशीकरण टोटके का इस्तेमाल बेहद आम है। जहां एक तरफ सास बहू को काबू मे रखने के लिए टोटके करती है, तो वही दूसरी तरफ बहू भी सास को अपने बस मे रखने के लिए वशीकरण टोटके करने मे पीछे नहीं रहती।
तो आखिर कैसे एक स्त्री अपनी सास पर वशीकरण कर सकती है। इसका एक खास टोटका है, जिसमे गाय के गोबर से दीप बनाकर उसमे गुड़ और मीठा तेल डालकर उसे जलाए और मुख्य दरवाज़े के बीच रख दे। दूसरा वशीकरण टोटका ये है कि सास के किसी भी कपड़े का हल्का सा टुकड़ा लेकर, उसे 7 दिनों तक अपने पास रखे। याद रहे उस टुकड़े पर लाल स्याही से सास का नाम लिखना न भूले और फिर 7 दिन बाद उसे किसी गढढे मे दबा दे। एक अन्य उपाय भी है जो अक्सर हमने हर घर मे देखा होगा। अब आप उसे टोटका कहे या एक समान्य दिनचर्या का हिस्सा। जिसमे घर मे रखी तुलसी के पौधे की हर दिन पूजा करके शुबह-शाम दीया जलाने से घर मे शांति बनी रहती है और सास-बहू का रिश्ता भी मजबूत होता है।
वैसे रिश्ता किसी भी प्रकार का हो, उसमे सुख-शांति व प्यार हमेशा बना रहे, यही हम सबकी उम्मीद रहती है। इंसान अपनी इस उम्मीद को पूरा करने के लिए ही कभी मनोवैज्ञानिक की मदद लेता है, कभी रिश्तेदारों की तो कभी डॉक्टर की। पर कई बार इंसान वशीकरण टोटके की ओर भी अपना रुख करता है। जिसकी ताकत को पूरी दुनिया जानती है और चाह कर भी लोग इसके प्रभाव को नज़र अंदाज़ नहीं कर पाते है। तो क्या अगली बार आप भी वशीकरण टोटके को आजमा कर देखना चाहते है, तो ये फैसला बिलकुल आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।